बुधवार, 12 मई 2010

मुकेश के लेखके बारे मैं मेरे विचार

I recently read article on bbc.co.uk/hindi. Mr. Mukesh wrote a mail to Mr.Sharad Pawar. What he wrote you first read and after that read my article. So without that you’ll not get an idea.
The link is: http://www.bbc.co.uk/blogs/hindi/2010/05/cricket-pawar.html#commentsanchor
Please refer it first. Whatever I wrote this is my personal thinking. Nobody have any kind of right to say something bad about it. I hope you like it.

मुकेश,
आपने जो खत लिखा है वो अभी तक पोस्ट तो नहीं न किया? मत कीजिये। शरदजी समज जायेंग की किसी नासमझने ये किया है।
क्या लिखा है आपने?
1) भारत के खिलाड़ियों को आईपीएल के तुरंत बाद हो रही प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने पिछले साल इंग्लैंड और इस साल वेस्टइंडीज़ जाना पड़ा. इस तरह की यात्राओं से टीम थक जाती है.

-> हमारी टीम तब नहीं थकी थी जब अफगाणिस्तान हमने मारा और द.अफ्रीका को पिटा? कहा गही थी थकावट हमारी?

2) उन देशों में जाने में एक और परेशानी है कि वहाँ कि कई पिचें उछाल वाली होती हैं इसलिए भारत हार जाता है और टूर्नामेंट से रुचि लोगों की ख़त्म हो जाती है.

->इसका मतलब है की आपको एक्जाम मे वोही प्रश्न पूछे जाए जो आपने किए हैं. आप अगर खिलाड़ी है तो पिच के बारे नहीं मैच के बारे मै सोचना चाहिए।

3) इसके अलावा उन देशों के मैचों के टाइम भारतीय टाइम से बिल्कुल मेल नहीं खाते और लोगों को देर रात तक जगकर मैच देखना पड़ता है.

-> ICC आपको फोर्स नाही कर रही की आप जो मैचेस चल रहे है वो जग कर देखो. ये तो होना ही है।

4)भारत के मैचों में बाउंड्री आईपीएल की ही तरह छोटी रखी जाए क्योंकि भारतीय खिलाड़ी उस तरह के मैदानों पर लोगों का अच्छा मनोरंजन कर सकते हैं.

-> ये खेल है मेरे दोस्त सर्कस नही। यहा प्लएर्स अपने देश केलीये खेळते है। (IPL is circus, where people can entertain)

5)अन्य देशों के खिलाड़ियों को भारतीय खिलाड़ियों को शॉर्ट पिच गेंद डालने पर रोक लगा दी जानी चाहिए.

-> इसका मातलब भी वही है जो मैंने 2 दुसरे प्रश्नका उत्तर दिया है.

6)आईपीएल के मालिकों को एक दिशानिर्देश जारी किया जाए. उन्हें अपनी टीमों में खेलने वाले खिलाड़ियों से एक और कॉन्ट्रैक्ट साइन कराना होगा. इसके तहत उनकी टीमों में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत के विरुद्ध नहीं खेलेंगे. इससे लसिथ मलिंगा, शेन वॉटसन, क्रिस गेल जैसे खिलाड़ियों से भारत को कुछ राहत मिल सकती है.

-> कैसी राहत? IPL ख़त्म हो जाने के बाद कोई किसिका नहीं होता। :-)

अभी तो इतनी टिप्पणी बस्स है। ऐसे खत मंत्रियोंकों मत भेजो। ये मंत्री तुम्हारा खत पढ़ेंगे और भूल भी जायेंगे। अरे मुकेश,जहाँ उनको विधानसभा और लोकसभा मैं दिये गए वचन याद नहीं रहेते तो तुम्हारा ये खत ये कैसे याद रखेगा? और तुमने पवारजी को ये खत लिखके उनको टाईम पास करने का एक और मौका दिया है। वो सब्जी, शक्कर के दांम कैसे बढ़ाए इस सोच मैं है, क्यो distrub करा रहे हो? सारा काम क्या एक ही व्यक्ति करेगी क्या? हम गरमी मै जल रहे है और A.C.मैं बैठकर हमारे चर्चा पे हास रहे होंगे। उनको कुछ फर्क नहीं पड़ता। इसिलिए,सोचो, लिखो पर एसे मंत्रियोंको नहीं जो कुछ भी नहीं कर सकते।

शैलेन्द्र
महाराष्ट्रा-सोलापुर